आज, 31 मई 2025 को, भारत सरकार ने “ऑपरेशन शील्ड” के तहत सीमावर्ती राज्यों में एक व्यापक सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित की है। इस अभ्यास का उद्देश्य संभावित युद्धकालीन आपात स्थितियों, जैसे हवाई हमले, ड्रोन हमले, और अन्य खतरों के प्रति तैयारियों का मूल्यांकन और सुधार करना है।
ऑपरेशन शील्ड: मुख्य जानकारी
- तारीख: 31 मई 2025
- समय: शाम 5:00 बजे से प्रारंभ
- स्थान: राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, गुजरात, जम्मू-कश्मीर और चंडीगढ़ सहित सीमावर्ती राज्य और केंद्र शासित प्रदेश
अभ्यास की प्रमुख गतिविधियाँ
- ब्लैकआउट अभ्यास: नियंत्रित रूप से बिजली की आपूर्ति बंद कर, आपातकालीन स्थितियों में प्रतिक्रिया की जांच।
- सायरन परीक्षण: हवाई हमलों के संकेत के लिए सायरन बजाकर नागरिकों और एजेंसियों की सतर्कता का मूल्यांकन।
- निकासी अभ्यास: संवेदनशील क्षेत्रों से लोगों की सुरक्षित निकासी की प्रक्रिया का परीक्षण।
- संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा: महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे जैसे अस्पताल, संचार केंद्र, और सैन्य प्रतिष्ठानों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा।
- एजेंसियों के बीच समन्वय: स्थानीय प्रशासन, पुलिस, सेना, चिकित्सा सेवाएं, और अन्य एजेंसियों के बीच तालमेल का परीक्षण।
विशेष जानकारी: लुधियाना में अभ्यास
लुधियाना जिले में आज रात 8:00 बजे से 8:15 बजे तक 15 मिनट का ब्लैकआउट मॉक ड्रिल आयोजित किया जाएगा। इसका उद्देश्य शहर की आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमताओं का परीक्षण करना है। नागरिकों से अनुरोध है कि वे इस दौरान सहयोग करें और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें ।
नागरिकों के लिए निर्देश
- शांति बनाए रखें: यह केवल एक अभ्यास है; घबराने की आवश्यकता नहीं है।
- सहयोग करें: स्थानीय अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों के निर्देशों का पालन करें।
- अफवाहों से बचें: असत्यापित जानकारी या अफवाहों पर ध्यान न दें।
- सुरक्षित स्थान पर रहें: ब्लैकआउट या सायरन के दौरान सुरक्षित स्थान पर रहें और आवश्यकतानुसार निकासी मार्गों का उपयोग करें।
यह मॉक ड्रिल हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद भारत द्वारा किए गए “ऑपरेशन सिंदूर” के संदर्भ में आयोजित की गई है, जिससे देश की सुरक्षा तैयारियों को और मजबूत किया जा सके।