अज्ञात जानवर के काटने से पांचवीं मौत! जिला प्रशासन में हड़कंप, एंटी रैबीज इंजेक्शन की गुणवत्ता जांच के आदेश जारी।

Date:

बड़वानी में अज्ञात जानवर के काटने से पांचवीं मौत की पुष्टि हुई है। इस घटना के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। जिला कलेक्टर ने एंटी रैबीज इंजेक्शन की गुणवत्ता और प्रभावशीलता की जांच के निर्देश दिए हैं। अब तक अज्ञात जानवर द्वारा 17 लोगों को काटा जा चुका है, जिनमें से 5 की मौत हो चुकी है।

जिले के ग्रामीण इलाके अज्ञात जानवर ने 17 लोगों को काटा था। जानवर के काटने के बाद रविवार को हुई पांचवी मौत से जिला प्रशासन चिंता में पड़ गया है। एंटी रैबीज इंजेक्शन के डोज दिए जाने के बाद भी रैबीज से मरने की बात सामने आई है। मृतक की पहचान चैन सिंह उमराव (50 साल) के रूप में हुई है। इन मौतों के बाद अब जिला कलेक्टर ने एंटी रैबीज इंजेक्शन की जांच के निर्देश दिए हैं।

जिला कलेक्टर गुंचा सनोबर ने जानकारी दी कि इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल में भर्ती एक और व्यक्ति की मौत हो गई है। इसके साथ ही अज्ञात जानवर के काटने से होने वाली मौतों की संख्या अब 5 पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि इंदौर के डॉक्टरों ने प्रारंभिक रूप से मौत का कारण रैबीज वायरस को माना है, हालांकि अंतिम पुष्टि वायरोलॉजी लैब में विसरा परीक्षण के बाद ही हो सकेगी।

कलेक्टर ने यह भी स्पष्ट किया कि अज्ञात जानवर द्वारा काटे गए सभी 17 लोगों को प्रोटोकॉल के तहत एंटी रैबीज वैक्सीन की तीन डोज के साथ-साथ आवश्यक मेडिकल ट्रीटमेंट प्रदान किया गया था।

इंजेक्शन देने के बाद भी गई जान, वैक्सीन की प्रभावशीलता पर सवाल

जिला कलेक्टर गुंचा सनोबर ने बताया कि एंटी रैबीज इंजेक्शन दिए जाने के बावजूद रैबीज वायरस से मौत होना गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि यदि वैक्सीन की प्रभावशीलता में कोई कमी पाई जाती है, तो उसकी भी जांच कराई जाएगी।

कलेक्टर ने यह भी जानकारी दी कि अज्ञात जंगली जानवर द्वारा काटे गए कई पीड़ित लोग बेहतर इलाज के लिए इंदौर जाने से हिचक रहे हैं। ऐसे में प्रशासन की ओर से एसडीएम राजपुर और उनकी टीम द्वारा उन्हें काउंसलिंग देकर इंदौर रेफर करने का प्रयास किया जा रहा है।

हॉस्पिटल से भागा मरीज

बड़वानी की सीएमएचओ डॉक्टर सुरेखा जमरे ने बताया कि जंगली जानवर से काटे जाने पर सभी 17 लोगों को एंटी रैबीज इंजेक्शन (वैक्सीन) लगाए गए थे। इसके अलावा अधिक प्रभावितों की इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए इम्यूनोग्लोबिन के इंजेक्शन भी दिए गए थे। उन्होंने बताया कि मरने वालों में इस इंजेक्शन को लगवाने वाले भी शामिल हैं। इसके बाद जिले की संयुक्त टीम ने लिम्बई का दो बार दौरा किया है। इनमें चार लोगों ने कमजोरी और पैरालिसिस की शिकायत की थी। इस पर उन्हें इंदौर रेफर किया गया था। इनमें से 15 वर्ष का विजय का एमवाय हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड से भाग गया।

लकड़बग्घा बता रहे ग्रामीण

सीएमएचओ ने बताया कि ग्रामीण अज्ञात जानवर को लकड़बग्घा बता रहे हैं। जबकि वन विभाग इसे डॉग बता रहे हैं। साथ ही उसे रैबीज से प्रभावित होने की संभावना जता रहा है। उन्होंने बताया कि प्रभावित लोग इंदौर नहीं जाना चाह रहे। 30 मई को बलिराम नामक व्यक्ति को राजपुर से जिला अस्पताल लाया गया था। उसे जांच के बाद इंदौर रेफर कर दिया। जब उसे ले जाने के लिए एंबुलेंस आई, वह बाथरूम का बहाना करके भाग गया। उसे रविवार को ढूंढ कर फिर से भेजा जा रहा है। इसी तरह काटने से प्रभावित तीन अन्य लोगों से संपर्क नहीं हो पा रहा।

5 मई को राजपुर अनु विभाग के दो गांवों में बाहर सो रहे 17 लोगों को अज्ञात जानवर ने काट लिया था। इसके चलते पिछले एक हफ्ते के दौरान दो महिलाओं और दो पुरुषों की मृत्यु हो गयी थी। वहीं, रविवार को एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। पांचवी मौत के बाद जिला प्रशासन ने बाकी मरीजों को इंदौर रेफर करने का फैसला किया।

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर को चिनाब ब्रिज और वंदे भारत ट्रेन की सौगात दी

पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार,...